na mantram no yantram
Saturday, 29 October 2016
न मन्त्रं नो यन्त्रं , यथा योग्यं तथा कुरु
यदि यह समय भयावह है तब ' जबकि दुनिया में आग जलाने और आग लगाने में फर्क न रह गया हो ' ऐसे में दिवाली, उजास के उत्सव पर सभी को शुभकामनाएं -
० अलख निरंजन
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